अनुसंधान एक निरंतर
होने वाली प्रक्रिया : राउत
संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। राष्ट्रीय
दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान द्वारा आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी ‘‘विशिष्ट शिक्षा
में अनुसंधान ’’ का शुभारम्भ करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो नचिकेता राउत ने द्वीप
प्रज्जल्वित करके किया। प्रो राउत ने कहा कि अनुसंधान एक निरंतर होने वाली प्रक्रिया
है जिससे सर्वसमाज लाभान्वित होता है। विशिष्ट शिक्षा के क्षेत्र में अभी तक किये गये
अनुसंधानों का लाभ दृष्टि दिव्यांगजनों सहित सभी को मिल रहा है, किन्तु इस क्षेत्र
मे और अधिक सामजिक परिवेश के अनुकूल अनंसधान
किये जाने की आवश्यकता को बल देते हुए प्रो नचिकेता राउत ने कहा कि समाज में होने वाले
निरन्तर वैश्विक बदलाव के अनुरुप विशिष्टजनों को तैयार करने मे अनुसंधान की भूमिका
सार्थक हो ऐसे अनुसधान किये जाने चाहिए। इस अवसर पर दृष्टि दिव्यांगजनों की सुविधार्थ
संस्थान द्वारा तैयार पुस्तेक ‘‘अनुसंधान विशिष्ट शिक्षा में ’’ का विमोचन भी किया
गया। दो दिवसीय संगोष्ठी ‘‘ विशिष्ट शिक्षा में अनुसंधान ’’ के शुभाररम्भ समारोह सत्र
में डाॅ योगेन्द्र पाण्डेंय, डाॅ विजय शंकर शर्मा, कमलवीर सिंह जग्गी, आरपी सिंह, डाॅ
जसमेर सिंह, मनीष कुमार वर्मा, डा विनोद केन, डाॅ पंकज कुमार, सुनील सिरपुरकर, श्रीमती नीरज गांधी,
योगेश अग्रवाल, सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र का संचालन श्रीमती नीरज
गांधी हिन्दी अधिकारी ने किया। यह जानकारी देते हुए संगोष्ठी के संयोजक सुनील सिरपुरकर
सहायक प्राध्यापक ने बताया कि संगोष्ठी के अगले सत्र में डाॅ योगेन्द्र पाण्डेंय ऐसेासियेट
प्रोफेसर बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय वारणसी, डाॅ विजयशंकर शर्मा ऐसेासियेट प्रोफेसर
शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय लखनऊ, डाॅ जसमेर सिंह सहायक प्राध्यापक एवं प्रभारी
अधिकारी शिक्षक प्रशिक्षण विभाग, आरपी सिंह सहायक प्राध्यापक, डा विनोद केन सहायक प्राध्यापक
द्वारा अपने अनुसंधान, ज्ञान एवं अनुभव से विशिष्ट ज्ञान प्रदान किया जायेगा। संस्थान
की ओर से अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया।
No comments:
Post a Comment