शैफ चैलेंज प्रतियोगिता के
लिए सात टीमों
का चयन
संदीप गोयल /एस.के.एम. न्यूज़
सर्विस
देहरादून
21 मार्च। फेडरेशन ऑफ इंडियन
एनिमल प्रोटेक्शन आर्गेनाइजेशन
‘एफआईएपीओ‘
ने मधुबन अकादमी
में निरवधता एवं
निरवध् आहार कार्यशाला
का आयोजन किया।
उल्लेखनीय है कि
एफआईएपीओ द्वारा प्रतिवर्ष देश
के पांच संस्थानों
को इस कार्यशाला
के लिए चुना
जाता है। इस
वर्ष की कार्यशाला
के लिए मधुबन
आकादमी का चयन
किया गया। मधुबन
अकादमी में आयोजित
देहरादून में अपने
तरह की इस
पहली कार्यशाला के दौरान
27 मार्च को होने
वाली ‘द वीगन
मास्टर शैफ चैलेंज
प्रतियोगिता के लिए
अकादमी से सात
टीमों का चयन
भी किया गया।
मधुबन अकादमी में ‘एफआईएपीओ‘
द्वारा आयोजित कार्यशाला में
शेपफ सुश्रि भावना
कपूर ने प्रतिभागियों
को निरवधता एवं
निरवध आहार तैयार
करने की विस्तुत
जानकारी देते हुए
बताया कि निरवधता
के जरिए समाज
में पशु को
आहार के रूप
में प्रयोग किए
जाने का विरोध
किया जाता है।
उन्होंने बताया कि निरवध
आहार तैयार करने
एवं इससे होने
वाले फायदे को
प्रचारित करने के
लिए चयनित शहरों
में कार्यशालाओं का
आयोजन किया जाता
है। इस अभियान
के तहत होटल
प्रबंधन संस्थनों में शेफ
की पढ़ाई कर
रहे विद्यार्थियों को
निरवध आहार तैयार
करने की विधि
सिखाई जाती है।
कार्यशाला के दौरान
वाना के शेफ
राजेश ने प्रतिभागियों
को निरवध तैयार
करने की जानकारी
दी। मधुबन अकादमी
की उपप्रधानाचार्य सुश्रि
सीमा कपूर ने
धन्यवाद व्यक्त करते हुए
कहा इस तरह
की कार्यशालाओं से
विद्यार्थियों का ज्ञावर्धन
होता है। साथ
ही इसके जरिए
होटल उद्योग को
नए एवं अनुभवी
शेफ मिलने में
सहायता मिलती हैं। इस
अवसर पर महार
के निदेशक हेमंत
कोचर, प्रधानाचार्य सूरज
कुमार, उप प्रधानाचार्य
सुश्री सीमा कपूर,
संदीप पांथरी, महताब
अली, सतीश थापा,
केके शर्मा, दीपचंद,
रमेश भण्डारी आदि
उपस्थित थे।
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