Thursday, 22 March 2018

यूनीवर्सिटी में मनाया गया विश्व वानिकी दिवस

यूनीवर्सिटी में मनाया गया विश्व वानिकी दिवस
संदीप गोयल /एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

देहरादून, 21 मार्च। हिमगिरी जी यूनीवर्सिटी में विश्व वानिकी दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूरे विश्व में इस वर्ष यह  दिन  ‘वानिकी एवं टिकाऊ विकास की रूपरेखा के साथ मनाया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत में वानिकी विभाग के छात्रा छात्राओं द्वारा नर्सरी में उगाये गए पौधे भेंट स्वरुप कुलपति प्रोफेसर राकेश रंजन एवं कुलसचिव डाक्टर सुरेश ध्यानी को दिए गए। इसके पश्चात छात्र छात्राओं द्वारा एक टिकाऊ विकास एवं पर्यवरण पर एक मार्च किया गया। कुलपति प्रोफेसर राकेश रंजन ने कहा की मानव सभ्यता आज पर्यावरण बनाम विकास के उस मुहाने पर खड़ा है जहाँ अब विकास के नए तरीके ढूँढने होंगे जो केवल टिकाऊ हों बल्कि पर्यावरणीय भी हों। उन्होंने छात्र छात्राओं से आहवान किया की वे सभी जल जंगल के लिए आगे बढें, शोध् करें, अपने अपने जीवन में पर्यावरणीय संवेदनशीलता को समझें और आने वाली पीढि़यों के लिए एक बेहतर भविष्य की नींव रखें। इस मौके पर पेड़ों पर रचित गीतों को गाया गया, जंगल और उस पर हमारी निर्भरता पर नाटक मंचित  किया गया। इसके अतिरिक्त एक एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर विधि विभाग के प्रमुख भूपनेश कुमार ने अपने संबोधन में छात्रा छात्राओं को कानून और पर्यावरण से सम्बंधित जानकारियां दी। इस कार्यक्रम के आयोजन में वानिकी विभाग के प्रमुख सत्येन क्षेत्री, सहायक प्राध्यापक कनिका चौहान, रेखा रावत एवं अलोक मिश्रा का योगदान रहा।

शैफ चैलेंज प्रतियोगिता के लिए सात टीमों का चयन

शैफ चैलेंज प्रतियोगिता के लिए सात टीमों का चयन
संदीप गोयल /एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 21 मार्च। फेडरेशन ऑफ इंडियन एनिमल प्रोटेक्शन आर्गेनाइजेशनएफआईएपीओ ने मधुबन अकादमी में निरवधता एवं निरवध् आहार कार्यशाला का आयोजन किया। उल्लेखनीय है कि एफआईएपीओ द्वारा प्रतिवर्ष देश के पांच संस्थानों को इस कार्यशाला के लिए चुना जाता है। इस वर्ष की कार्यशाला के लिए मधुबन आकादमी का चयन किया गया। मधुबन अकादमी में आयोजित देहरादून में अपने तरह की इस पहली कार्यशाला  के दौरान 27 मार्च को होने वाली वीगन मास्टर शैफ चैलेंज प्रतियोगिता के लिए अकादमी से सात टीमों का चयन भी किया गया।

मधुबन अकादमी मेंएफआईएपीओ द्वारा आयोजित कार्यशाला में शेपफ सुश्रि भावना कपूर ने प्रतिभागियों को निरवधता एवं निरवध आहार तैयार करने की विस्तुत जानकारी देते हुए बताया कि निरवधता के जरिए समाज में पशु को आहार के रूप में प्रयोग किए जाने का विरोध किया जाता है। उन्होंने बताया कि निरवध आहार तैयार करने एवं इससे होने वाले फायदे को प्रचारित करने के लिए चयनित शहरों में कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। इस अभियान के तहत होटल प्रबंधन संस्थनों में शेफ की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को निरवध आहार तैयार करने की विधि सिखाई जाती है। कार्यशाला के दौरान वाना के शेफ राजेश ने प्रतिभागियों को निरवध तैयार करने की जानकारी दी। मधुबन अकादमी की उपप्रधानाचार्य सुश्रि सीमा कपूर ने धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा इस तरह की कार्यशालाओं से विद्यार्थियों का ज्ञावर्धन होता है। साथ ही इसके जरिए होटल उद्योग को नए एवं अनुभवी शेफ मिलने में सहायता मिलती हैं। इस अवसर पर महार के निदेशक हेमंत कोचर, प्रधानाचार्य सूरज कुमार, उप प्रधानाचार्य सुश्री सीमा कपूर, संदीप पांथरी, महताब अली, सतीश थापा, केके शर्मा, दीपचंद, रमेश भण्डारी आदि उपस्थित थे।

मंदिर में पूजा अर्चना करते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत।

प्रदेश की खुशहाली के लिए सीएम ने की पूजा
संदीप गोयल /एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

देहरादून, 21 मार्च।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भराड़ीसैंण (गैरसैंण) स्थित भराड़ी देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर मा भगवती का आशीर्वाद लिया तथा प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भराड़ी देवी मंदिर का जीर्णोद्धार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर के प्राचीन स्वरूप को यथावत् रखा जायेगा। भराड़ी देवी मंदिर तक श्रद्धालुओं को आने जाने की सुविधा हेतु पैदल मार्ग का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह एक दर्शनीय स्थल है।इस अवसर पर विधायक  सुरेन्द्र सिंह नेगीधन सिंह नेगी, जिलाधिकारी  आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक सुश्री तृप्ति भट्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।